शीर्षक – लक्ष्मण रेखा का रख लो मान
विपदा का आगमन लिए गहराया संकट अपार,
जीवन जीने की जिजीविषा पर कोरोना ने किया वार।
सहमा सहमा हर कोई त्राहि-त्राहि करे दुनिया सारी,
कैद घरों में बंदे रब के है कुदरत का कहर जारी।
अब संयम को साधकर धीरज बस बांधना है,
स्वराष्ट्र बचाने हेतु घरबास एकमात्र साधना है।
भ्रम भ्रांति को दूर कर कुछ नियम अपनाना है,
कर छोटे-छोटे प्रयास कोरोना को जड़ से हराना है।
हौसला जीवंत रहे टूट जाए संक्रमण की कड़ी,
मंजिलें बस मिल जाए जुड़ी रहे जिंदगी की लड़ी।
मानव बना यथाशक्ति मानवता दिखलानी है,
हमें तो हिंद के कण से बस यह बीमारी भगानी है।
मुश्किल वक्त में स्वयं को बस अनुकूलित रखना है,
नियमों को ध्वस्त कर स्वयं को नहीं छलना है।
गर मिटाना है धरा से को रोना का नामोनिशान,
पालन लॉक डाउन का कर लक्ष्मण रेखा का रख लो मान।
✍🏻डा.शुभ्रा
👌👌👌👌